बाहरा यूनिवर्सिटी शुरू करेगी नए कोर्स, इंडस्ट्रीज में आसानी से जॉब मिल सके इसके लिए एक पूरे सेमेस्टर में होगी इंटर्नशिपशिप

शिमला।

बाहरा यूनिवर्सिटी नए कोर्स शुरू करेगी। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वाइस चांसलर प्रो नागेंद्र पराशर ने कहा कि हिमाचल की भागौलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सेरीकल्चर और फ्लोरीकल्चर जैसे कोर्स शुरू किए जायेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों की इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के पीरियड को भी 6 माह या एक पूरा सेमेस्टर किया जाएगा ताकि छात्रों को पूरा एक्सपीरियंस हो और उनको उद्योगों में जॉब हासिल करने में आसानी हो।

जॉब प्रोवाइडर बनाने का है मकसद

प्रो पराशर ने कहा की यूनिवर्सिटी का मकसद ऐसे टैलेंटेड छात्र तैयार करना है जो सीकर ही नहीं बल्कि जॉब प्रोवाइडर बने। इसके लिए छात्रों में उद्यमिता को विकसित कर उनको इसके लिए प्रैक्टिकल का मौका भी उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होेंने कहा की यूनिवर्सिटी रिसर्च पर भी फोकस कर रही है। इसके लिए पूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।

बाहरा को टॉप 100 यूनिवर्सिटीज में शमिल करना

प्रो नागेंद्र पराशर ने हाल ही में बाहरा‌ युनिवर्सिटी की कमान बतौर वीसी संभाली है। वे देश की कई जानी मानी यूनिवर्सिटी में अध्यापन और प्रशासन का काम संभाल चुके हैं। प्रो पराशर ने कहा कि उनका मकसद बाहरा यूनिवर्सिटी को देश की 100 सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्स्टिज में शामिल करने का है। इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वह अपने छात्रों को मात्र एक ही क्षेत्र में आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते हैं बल्कि वह चाहते हैं कि उनका हर छात्र हर क्षेत्र में अग्रणी रहे।
उन्होंने कहा कि इसके लिए टीचर्स की ट्रेनिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा की यूनिवर्सिटी के कंप्यूटरीकरण के काम को भी किया जा रहा है है। इसके लिए सभी विभागों को कंप्यूटरीकृत किया जाएगा। यही नहीं छात्रों को स्टडी ‌ मैटेरियल भी डिजिटल फॉर्म में उपलब्ध करवाया जायेगा

स्टूडेंट्स को मल्टीडिसीप्लिनरी बनाने पर रहेगा फोकस

प्रो पराशर ने कहा कि मौजूदा समय में मल्टीडिसीप्लिनरी यानी बहु-विषयक छात्रों की ही मांग है। यही वजह है कि यही उनका फोकस छात्रों को बहु-विषयक बनाने का है। इस समय युनिवर्सिटी में में देश-विदेश के क़रीब 1500 छात्र अध्ययन कर रहे हैं और प्रशासन द्वारा अपने छात्रों को बहुआयामी बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

कोरोना से माता पिता-खोने वाले छात्रों को फ्री शिक्षा देगी युनिवर्सिटी

प्रो पराशर ने कहा कि कोराेना महामारी के कारण अपने माता-पिता खो चुके छात्रों को निशुल्क शिक्षा की सुविधा दी जा रही है। प्रो.पराशर ने कहा कि कोरोना महामारी के असर से उनकी युनिवर्सिटी भी अछूती नहीं रही । कोरोना के कारण आर्थिक तंगी से किसी छात्र की पढ़ाई बाधित न हो, इसीलिए प्रशासन ने निःशुल्क व 50% कॉन्सेशन की सुविधा प्रदान की है।

यूनिवर्सिटी अफगानी छात्रों का पूरा सहयोग करेगी

एक सवालके जवाब में वीसी प्रो पराशर ने कहा कि अफगानिस्तान की घटना से प्रभावित यूनिवर्सिटी छात्रों का पूरा सहयोग करेगी। हालांकि फिलहाल यूनिवर्सिटी में एक ही छात्र अध्ययनरत है और तकरीबन 30 छात्र अभी आने बाकी है जो अफगान हालातों के कारण यहां नहीं पहुंच पाए हैं।

Related posts

Leave a Comment